लिंग की परिभाषा और उसके प्रकार
लिंग:- संज्ञा के जिस
रूप से व्यक्ति या वस्तु की नर या मादा जाति का बोध हो, तो उसे व्याकरण में 'लिंग' कहते है।
सरल शब्दों में- शब्द की जाति को 'लिंग' कहते है।
पुरुष जाति - बैल, बकरा, मोर, राकेश आदि।
स्त्री जाति- गाय, बकरी, मोरनी, आदि
लिंग के प्रकार
लिंग दो प्रकार के
होते है
1.
पुलिंग
2.
स्त्रीलिंग
पुलिंग:-जिस संज्ञा शब्दों
से पुरुष जाति का बोध होता है , तो उसे पुल्लिंग कहते
हैं उदाहरण - आदमी, सेठ आदि !
स्त्रीलिंग :- जिन संज्ञा शब्दों से स्त्री जाति का बोध होता है, तो उसे स्त्रीलिंग कहते
हैं उदाहरण - औरत, सेठानी आदि
पुल्लिंग - स्त्रीलिंग
1. कवि - कवयित्री
2. विद्वान - विदुषी
3. नेता - नेत्री
4. महान - महती
5. साधु – साध्वी
पुल्लिंग की पहचान:- आ,
आव, पा, पन न ये प्रत्यय जिन शब्दों
के अंत में हों तो प्रायः पुल्लिंग होते हैं। जैसे- मोटा, चढ़ाव, बुढ़ापा, लड़कपन लेन-देन।
अ- खेल, रेल, बाग, आदि।
आ- लोटा, मोटा, गोटा, आदि।
आव- पुलाव, दुराव, बहाव, आदि।
स्त्रीलिंग की पहचान:- जिन संज्ञा शब्दों
के अंत में ख होते है,तो वे स्त्रीलिंग कहलाते हैं। जैसे-ईख, भूख, चोख, राख, कोख, लाख, देखरेख आदि।
आ- भाषा, कविता, प्रजा, दया, विद्या आदि।
ता- गीता, ममता, लता, संगीता, माता, सुंदरता, मधुरता आदि।
लिंग की परिभाषा और उसके प्रकार
लिंग:- संज्ञा के जिस
रूप से व्यक्ति या वस्तु की नर या मादा जाति का बोध हो, तो उसे व्याकरण में 'लिंग' कहते है।
सरल शब्दों में- शब्द की जाति को 'लिंग' कहते है।
पुरुष जाति - बैल, बकरा, मोर, राकेश आदि।
स्त्री जाति- गाय, बकरी, मोरनी, आदि
लिंग के प्रकार
लिंग दो प्रकार के
होते है
1.
पुलिंग
2.
स्त्रीलिंग
पुलिंग:-जिस संज्ञा शब्दों
से पुरुष जाति का बोध होता है , तो उसे पुल्लिंग कहते
हैं उदाहरण - आदमी, सेठ आदि !
स्त्रीलिंग :- जिन संज्ञा शब्दों से स्त्री जाति का बोध होता है, तो उसे स्त्रीलिंग कहते
हैं उदाहरण - औरत, सेठानी आदि
पुल्लिंग - स्त्रीलिंग
1. कवि - कवयित्री
2. विद्वान - विदुषी
3. नेता - नेत्री
4. महान - महती
5. साधु – साध्वी
पुल्लिंग की पहचान:- आ,
आव, पा, पन न ये प्रत्यय जिन शब्दों
के अंत में हों तो प्रायः पुल्लिंग होते हैं। जैसे- मोटा, चढ़ाव, बुढ़ापा, लड़कपन लेन-देन।
अ- खेल, रेल, बाग, आदि।
आ- लोटा, मोटा, गोटा, आदि।
आव- पुलाव, दुराव, बहाव, आदि।
स्त्रीलिंग की पहचान:- जिन संज्ञा शब्दों
के अंत में ख होते है,तो वे स्त्रीलिंग कहलाते हैं। जैसे-ईख, भूख, चोख, राख, कोख, लाख, देखरेख आदि।
आ- भाषा, कविता, प्रजा, दया, विद्या आदि।
ता- गीता, ममता, लता, संगीता, माता, सुंदरता, मधुरता आदि।
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